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इंटरनेट डेस्क। देशभर में गणेश उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। हर घर में बप्पा का स्वागत हो चुका है और अब आने वाले 9 दिनों तक महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की धूम रहने वाली है। बता दें की मुंबई में मौजूद लालबागचा राजा सबसे मशहूर हैं जहां बप्पा के दर्शन के लिए दो-दो दिन तक लोग लाइन में लगे रहते हैं। ऐसे में आप है मंुबई में तो जा सकते है आप भी यहां घूमने।
जाने लालबागचा राजा का इतिहास
लालबागचा राजा का मतलब लालबाग का राजा। इसकी शुरुआत 1930 में हुई थी और बाताया जाता है की 1930 के दशक में औद्योगिकरण के समय वहां के टेक्सटाइल वर्करों को काफी नुकसान हुआ था, तब वे गणपति की शरण में गए थे। लालबागचा राजा की मूर्ति बनाने की जिम्मेदारी कंबली परिवार के कंधों पर है। 1934 से लेकर आजतक ये परिवार ही लालबाग के गणपति की मूर्ति बनाता है।
क्या है खास
हर साल गणेशोत्सव की शुरुआत लालबागचा राजा की पहली झलक से ही होती है। इस साल 15 सितंबर को गणपति के प्रतिमा के प्रथम दर्शन हुए है। लालबागचा राजा की इस साल की थीम छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक पर आधारित है। लालबागचा राजा को नवसच गणपति भी कहते हैं। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि मान्यता है कि यहां सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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