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सुकन्या समृद्धि योजना अपडेट: सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) में अप्रैल-जून तिमाही 2023 के लिए ब्याज दर बढ़ा दी है। अब सरकार बेटियों को 8 फीसदी सालाना ब्याज दर देगी.
केंद्र सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना चला रही है। जिसमें केवल बेटियों के नाम पर बैंक या पोस्ट ऑफिस के माध्यम से खाते खोले जा सकते हैं। जिसके लिए सरकार द्वारा तिमाही आधार पर ब्याज का भुगतान किया जाता है।
सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) में अप्रैल-जून तिमाही 2023 के लिए ब्याज दर बढ़ा दी है। अब सरकार बेटियों को 8 फीसदी सालाना ब्याज दर देगी. इसमें अप्रैल से जून तिमाही से पहले 7.60 फीसदी ब्याज मिलता था. जो अब बढ़कर 8 फीसदी हो गया है.
इस योजना के जरिए बेटियों की पढ़ाई और शादी का खर्च उठाया जा सकता है। क्योंकि खाते में 18 साल की उम्र तक निवेश किया जा सकता है. बेटी के 21 साल की होने पर खाते से रकम निकाली जा सकती है. सरकार इसमें ब्याज दर को संशोधित करती रहती है. साल 2024 की पहली तिमाही के लिए सरकार ने ब्याज में 40 बीपीएस की बढ़ोतरी की है.
अगर कोई माता-पिता अपनी बेटी के जन्म के साथ ही उसके नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करना शुरू कर देते हैं तो उसे अगले 15 साल तक निवेश करना होगा। अगर वह बेटी के नाम पर हर महीने 10,000 रुपये निवेश करें तो बेटी 21 साल की होने पर करोड़पति बन जाएगी.
सुकन्या समृद्धि योजना खाता कौन खोल सकता है?
खाता बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा उसके जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक खोला जा सकता है।
कहां खुलवा सकते हैं सुकन्या समृद्धि योजना खाता,
सुकन्या समृद्धि योजना खाते डाकघरों और अधिकृत बैंकों में खोले जा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना खाते में न्यूनतम और अधिकतम कितनी राशि निवेश की जा सकती है?
बालिका के नाम पर न्यूनतम जमा राशि 250 रुपये प्रति वर्ष और अधिकतम राशि 1,50,000 रुपये प्रति वर्ष निवेश की जा सकती है।
क्या आप एक ही बालिका के लिए एक से अधिक सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोल सकते हैं?
नहीं, माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा बालिका के नाम पर केवल एक सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोला जा सकता है।
यदि खाताधारक एक या अधिक वित्तीय वर्षों में सुकन्या समृद्धि योजना खाते में कोई राशि जमा करने में विफल रहता है तो क्या होगा?
यदि ग्राहक एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये जमा नहीं करता है, तो डिफ़ॉल्ट पर 50 रुपये प्रति वर्ष का जुर्माना लगाया जाएगा।
(pc rightsofemployees)