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सुकन्या योजना: बेटियों के भविष्य को मजबूत और बेहतर बनाने के लिए सरकार सुकन्या समृद्धि योजना चला रही है।
योजना के जरिए बेटी के नाम पर खाता खोलकर सालाना एक निश्चित रकम जमा की जाती है, जो बेटी की मैच्योरिटी के समय मोटे ब्याज के साथ भारी रिटर्न के रूप में मिलती है। देश में सुकन्या के जरिए बड़ी संख्या में लोग निवेश करते हैं। सरकार ने सुकन्या निवेशकों के लिए पैन और आधार नंबर अनिवार्य कर दिया है. जिन लोगों ने अभी तक सुकन्या खाते को पैन और आधार से लिंक नहीं किया है, वे ऐसा जरूर कर लें, नहीं तो खाता फ्रीज होने के साथ-साथ कई अन्य नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं.
सुकन्या योजना का उद्देश्य लड़की की स्कूली शिक्षा और शादी के खर्च को कवर करना है। यह योजना माता-पिता को अपनी बेटी की भविष्य की शिक्षा और शादी की लागत के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करती है। वित्त मंत्रालय ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए सुकन्या और अन्य छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की घोषणा की है। सरकार ने जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 8% तय की है।
वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि निवेश के लिए खाता खोलते समय पैन या फॉर्म 60 जमा करना होगा। अगर खाता खोलते समय पैन नहीं दिया गया है तो इनमें से किसी एक स्थिति में दो महीने के भीतर आधार नंबर देना होगा. जिन सुकन्या खाताधारकों ने 31 मार्च के बाद निवेश खाते खोले हैं, उन्हें आधार और पैन को संबंधित डाकघर में जमा करके लिंक कराना होगा। आधार और पैन जमा करने की आखिरी तारीख सितंबर 2023 है।
अधिसूचना के मुताबिक, यदि निवेशक के खाते में किसी भी समय जमा राशि 50 हजार रुपये से अधिक है या यदि किसी वित्तीय वर्ष में खाते में एक लाख रुपये से अधिक जमा है, या यदि किसी भी महीने खाते से जमा या निकाली गई राशि 10 हजार रुपये से अधिक है।
ऐसे में अगर दो महीने के भीतर पैन नहीं दिया गया तो पैन नंबर उपलब्ध होने तक खाता फ्रीज कर दिया जाएगा.
सुकन्या योजना के लाभ
सुकन्या योजना में सालाना न्यूनतम निवेश 250 रुपये है, जबकि अधिकतम निवेश 1,50,000 रुपये तय है। सुकन्या योजना की अवधि 21 वर्ष है।
ब्याज की गणना कैलेंडर माह के 5वें दिन और महीने के अंत के बीच खाते में सबसे कम शेष राशि पर की जाती है। ब्याज प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाता है।
आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत, मूल राशि और ब्याज के साथ परिपक्वता पर प्राप्त राशि कर मुक्त है।
खाते को भारत में कहीं भी डाकघर या बैंक से दूसरे में स्थानांतरित किया जा सकता है। वहीं, मैच्योरिटी के बाद भी खाता बंद न करने पर ब्याज मिलता है।
(pc rightsofemployees)