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भारत सरकार सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे घर की बिजली जरूरतों को पूरा करने और बिल में कटौती करने में मदद मिल रही है। 2 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर आपको कुल लागत का लगभग 40% सब्सिडी मिल सकती है। मान्यता प्राप्त वेंडर से इंस्टॉलेशन और डिस्कॉम में आवेदन करने की प्रक्रिया से इसे आसान बनाया गया है।
सोलर सब्सिडी का लाभ कैसे मिलेगा?
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क्या है सोलर सब्सिडी?
यह एक सरकारी योजना है जिसके तहत सरकार सोलर पैनल लगाने वालों को लागत का एक हिस्सा सब्सिडी के रूप में देती है। यह मुख्य रूप से ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए लागू है।
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2 किलोवाट सिस्टम पर सब्सिडी:
2 किलोवाट के सोलर सिस्टम की कुल लागत 1 लाख रुपये मानें, तो सरकार 40,000 रुपये तक की सब्सिडी प्रदान करती है।
सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया
- मान्यता प्राप्त वेंडर चुनें:
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त वेंडर का चयन करें, क्योंकि सब्सिडी उन्हीं इंस्टॉलेशनों पर लागू होती है।
- डिस्कॉम में आवेदन करें:
राज्य की बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) की वेबसाइट पर आवेदन करें।
- सर्वे और मंजूरी:
अधिकारी द्वारा स्थल निरीक्षण और अप्रूवल मिलने के बाद प्रक्रिया शुरू होगी।
- सोलर सिस्टम इंस्टॉलेशन:
चुने गए वेंडर द्वारा सोलर पैनल, इनवर्टर, और अन्य उपकरण इंस्टॉल किए जाएंगे।
- ग्रिड कनेक्शन और सब्सिडी:
इंस्टॉलेशन के बाद ग्रिड से कनेक्शन जोड़ा जाएगा और सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
सोलर पैनल लगाने के फायदे
- बिजली के बिल में 70-90% तक की कमी।
- बढ़ती बिजली दरों का कोई प्रभाव नहीं।
- स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग।
- पैनल की लाइफ 25 वर्षों से अधिक।