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pc: abplive
गर्भावस्था के दौरान, एक महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं,इनमें से कुछ बदलाव ऐसे होते हैं, जिनके निशान सालों-साल तक नहीं जाते हैं, जैसे स्ट्रेच मार्क्स। ये मार्क्स अक्सर पेट के निचले हिस्से, स्तनों, कूल्हों और जांघों पर दिखाई देते हैं क्योंकि बच्चे के बढ़ने के साथ स्किन स्ट्रेच होती है जिस से कोलेजन ब्रेक जाता है, जिससे खिंचाव के निशान बनते हैं, जो कई महिलाओं के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स रोकने के लिए, प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ सावधानियां बरती जा सकती हैं:
त्वचा को नमीयुक्त रखें: त्वचा की नमी बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। पहली तिमाही से ही त्वचा को नमीयुक्त रखने के लिए अरंडी का तेल, नारियल का तेल, गुलाब का तेल या जैतून का तेल जैसे तेल लगाएँ। इन तेलों में पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने और खिंचाव के निशानों के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं।
हाइड्रेटेड रहें: गर्भावस्था के दौरान खूब पानी पीना ज़रूरी है। यह त्वचा को अंदर से हाइड्रेट रखता है, जिससे रूखापन और स्ट्रेच मार्क्स की संभावना कम होती है। हाइड्रेटेड रहने के लिए आप नारियल पानी और रसीले फलों का सेवन भी कर सकते हैं।
नाखून से खुजली न करें: जैसे-जैसे बच्चा बढ़ता है और त्वचा खिंचती है, खुजली होना आम बात है। हालांकि, नाखूनों से खरोंचने से बचें क्योंकि इससे स्ट्रेच मार्क्स और भी गहरे हो सकते हैं। इसके बजाय, खुजली को कम करने के लिए मुलायम कपड़े का इस्तेमाल करें।
क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें: जो लोग तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहते, उनके लिए विटामिन ई, हाइलूरोनिक एसिड और कोलेजन युक्त क्रीम या लोशन त्वचा की नमी बनाए रखने और स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में मदद कर सकते हैं। किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
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