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कन्नौज जिला उद्यान विभाग ने हाल ही में किसानों की सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सिंचाई मशीन सब्सिडी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, किसान ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली पर 80-90% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं, जिससे जल संरक्षण के साथ-साथ उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होगी।
ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई क्या है?
ड्रिप सिंचाई: ड्रिप सिंचाई का मुख्य उद्देश्य पानी को सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाना है। इसमें पाइप और ट्यूबिंग के माध्यम से पानी धीरे-धीरे पौधों तक पहुंचता है, जिससे पानी की बर्बादी नहीं होती और पौधों को आवश्यक मात्रा में पानी और पोषक तत्व मिलते हैं।
स्प्रिंकलर सिंचाई: स्प्रिंकलर सिंचाई में पानी को पाइपों के माध्यम से स्प्रिंकलर्स तक पहुंचाया जाता है जो इसे बारिश की तरह फसल पर फैलाते हैं। यह बड़े खेतों के लिए उपयोगी है, जहां समान रूप से पानी वितरित करना जरूरी होता है और वाष्पीकरण को रोकने में मदद मिलती है।
अनुदान राशि और लाभ
इस योजना के तहत किसानों को निम्नलिखित सब्सिडी मिलती है:
- लघु और सीमांत किसान: ड्रिप और माइक्रो स्प्रिंकलर पर 90% और रेनगन स्प्रिंकलर पर 75% सब्सिडी।
- अन्य किसान: ड्रिप और माइक्रो स्प्रिंकलर पर 80% और रेनगन स्प्रिंकलर पर 65% सब्सिडी।
ड्रिप और स्प्रिंकलर से किसानों को मिल रहे लाभ
ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली से किसान पानी और समय दोनों की बचत कर सकते हैं। ₹50,000 तक की ड्रिप या स्प्रिंकलर मशीन से एक एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती है, जबकि थोड़ी अधिक लागत में दो एकड़ तक का क्षेत्र कवर किया जा सकता है। इस तकनीक से किसानों को फसल की अच्छी वृद्धि और जल संरक्षण में मदद मिलती है।
ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली पर 80-90% तक की सब्सिडी
जिला उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी के अनुसार, इस योजना के तहत किसान ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली का उपयोग कर सकते हैं। सरकार इसके लिए 80-90% सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे पौधों को आवश्यकता अनुसार ही पानी मिल सके और पानी की बचत हो सके।
योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे करें?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को जिला उद्यान कार्यालय में जाकर आवेदन करना होगा। प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाया गया है ताकि अधिक से अधिक किसान इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।