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PC: India news
भगवान शिव के परिवार के बारे में बहुत से लोग विभिन्न कहानियों के माध्यम से जानते हैं। सभी को पता है कि उनके दो पुत्र गणेश और कार्तिकेय थे और उनका परिवार एक साथ खुशी-खुशी रहता था। हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि भगवान शिव की पांच बेटियां भी थीं। यह कथा अधिकांश भक्तों के लिए अपेक्षाकृत अज्ञात है। आज हम इस कम ज्ञात कहानी का पता लगाएंगे।
भगवान शिव की पांच बेटियां थीं
बेटियों का जन्म अप्रत्याशित था
पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव की पांच बेटियों का जन्म अप्रत्याशित रूप से हुआ था। मधुश्रावणी की कहानी में भगवान शिव और देवी पार्वती की इन पांच बेटियों का उल्लेख है। दिलचस्प बात यह है कि देवी पार्वती भी शुरू में इनके अस्तित्व से अनजान थीं।
इस कहानी का उल्लेख
पौराणिक कहानियों में बताया गया है कि एक बार भगवान शिव और देवी पार्वती एक झील में जलक्रीडा कररहे थे। इस दौरान, कुछ परिस्थितियों के कारण, भगवान शिव की दिव्य ऊर्जा से पांच बेटियों का जन्म हुआ। इन बेटियों ने मानव रूप नहीं लिया, बल्कि नाग के रूप में जन्म लिया। भगवान शिव जानते थे कि ये पांच बेटियां उनकी अपनी हैं और वे उनसे उतना ही प्यार करते थे जितना वे अपने बेटों से करते थे।
बेटियों के नाम क्या थे?
कहानी में इन पाँच बेटियों के नाम बताए गए हैं। वे जया, विषहर, शामिलबारी, देव और दोतलि थीं। उनका जन्म संयोगवश हुआ था, फिर भी वे भगवान शिव की प्रिय थीं।
यह कम ज्ञात कहानी भगवान शिव के दिव्य परिवार के एक और आयाम को उजागर करती है, जो उनके बेटों के समान ही उनकी बेटियों के प्रति भी प्रेम और देखभाल को दर्शाती है।
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