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भगवान शिव को समर्पित और बेहद पवित्र माने जाने वाले सावन के महीने का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा विशेष श्रद्धा और भक्ति के साथ की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के दौरान भगवान शिव को समर्पित अनुष्ठान और प्रार्थना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में खुशहाली आती है। इस साल सावन 22 जुलाई से शुरू हो रहा है।
सावन के दौरान घर में शिवलिंग क्यों स्थापित करें?
ऐसा माना जाता है कि सावन के दौरान घर में शिवलिंग स्थापित करने से कई लाभ मिलते हैं। इस समय को ऐसी स्थापनाओं के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस समय भगवान शिव की पूजा करने से आध्यात्मिक लाभ अधिकतम होता है। सावन के दौरान शिवलिंग की नियमित पूजा और जल (अभिषेक) करने से आपके घर में स्थायी खुशियाँ और सकारात्मक ऊर्जा आती है।
सावन के दौरान शिवलिंग की पूजा करने के लाभ
सावन के दौरान शिवलिंग स्थापित करने और रोजाना पूजा करने से घर में निरंतर समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
इस महीने में शिवलिंग पर नियमित रूप से अभिषेक करना और चंदन का लेप लगाना अत्यधिक लाभकारी माना जाता है और व्यक्तिगत इच्छाओं को पूरा करने में मदद करता है।
सावन के दौरान घर पर शिवलिंग की उचित स्थापना कैसे करें
शिवलिंग की स्थापना प्रभावी और लाभकारी हो, यह सुनिश्चित करने के लिए इसे विशिष्ट दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए किया जाना चाहिए:
घर पर स्थापना के लिए अंगूठे के आकार का शिवलिंग चुनें, बड़े आकार के लिंगम का उपयोग न करें।
पारद या चांदी से बने लिंगम का उपयोग करना बेहतर होता है।
शिवलिंग को उत्तर दिशा की ओर बहते हुए और पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्थापित किया जाना चाहिए। इसे दक्षिण दिशा में रखने से बचें। इसके अतिरिक्त, आध्यात्मिक लाभ के लिए लिंगम के साथ नंदी (पवित्र बैल) को रखने की सलाह दी जाती है।
दैनिक अनुष्ठान और समय
दैनिक पूजा: शिवलिंग की नियमित पूजा और अभिषेक आवश्यक है। शुभ समय के दौरान अनुष्ठान करें और उचित प्रक्रियाओं का पालन करें।
शुभ मुहूर्त: घट स्थापना के लिए सबसे अच्छा समय प्रदोष काल का होता है, जिसे विशेष अनुकूल माना जाता है।
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