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पेंशन लिमिट में बढ़ोतरी: नए अपडेट के मुताबिक जल्द ही सरकारी कर्मचारियों की पेंशन में बढ़ोतरी होने वाली है.
सरकार अब पेंशन की लिमिट बढ़ाने जा रही है, जिसके बाद आपकी पेंशन दोगुनी हो सकती है। इस पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. बता दें कि सरकार के इस फैसले के बाद आपकी सैलरी कितनी भी कम क्यों न हो, लेकिन आपकी पेंशन की गणना सिर्फ 15,000 रुपये पर की जाएगी.
आपको बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की इस वेतन सीमा को खत्म करने का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इसके साथ ही ईपीएफओ में पेंशन की गणना पिछली सैलरी यानी ज्यादा सैलरी कैटेगरी पर भी की जा सकती है। ईपीएफओ के इस फैसले के बाद कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन में बंपर इजाफा होगा। इस फैसले से कर्मचारियों को पेंशन का कई गुना अधिक लाभ मिलेगा.
अगस्त में हुई थी सुनवाई
आपको बता दें कि पिछले साल 12 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने यूनियन ऑफ इंडिया और ईपीएफओ द्वारा दायर याचिकाओं के एक बैच की सुनवाई स्थगित कर दी थी, जिसमें कहा गया था कि कर्मचारियों की पेंशन सीमित नहीं की जा सकती है. इन मामलों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है.
अब अधिकतम पेंशन कितनी है?
नौकरीपेशा लोग कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सदस्य होते हैं, जिन्हें ईपीएस का सदस्य भी माना जाता है। सभी कर्मचारी अपने वेतन का 12% ईपीएफ में योगदान करते हैं। इसके साथ ही कर्मचारी को कंपनी की ओर से इतनी ही राशि मिलती है और उसका 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना में भी जाता है। इस समय अधिकतम पेंशन योग्य वेतन की बात करें तो यह 15,000 रुपये है।
58 साल की उम्र के बाद पेंशन मिलती है।
आपको बता दें कि किसी भी कर्मचारी को 58 साल के बाद पेंशन का लाभ मिलता है। इसके लिए कर्मचारियों को कम से कम 10 साल काम करना अनिवार्य है। इसके साथ ही बता दें कि ईपीएफ में योगदान करने वाले कर्मचारी भी ईपीएस के लिए पात्र होते हैं।