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किसान विकास पत्र: पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत में लोग खूब पैसा लगा रहे हैं। किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस की सबसे मशहूर छोटी बचत योजनाओं में से एक है।
इस स्कीम की खास बात यह है कि इस स्कीम के जरिए आप 124 महीने में निवेश की गई रकम को दोगुना पा सकते हैं। इस योजना की एक खास बात यह है कि इसमें जमा किए गए पैसे पर भारत सरकार गारंटी देती है। योजना की ब्याज दर की समीक्षा सरकार द्वारा हर तिमाही में की जाती है। जून-सितंबर 2023 तिमाही के लिए केवीपी पर ब्याज दर 7.5 फीसदी तय की गई है.
निवेश राशि वर्तमान में 115 महीने यानी 9 साल और 7 महीने में दोगुनी हो जाती है। इस स्कीम में आप कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत छूट भी मिलती है.
KVP के ब्याज पर देना होगा इतना टैक्स!
आयकर नियमों के मुताबिक, किसान विकास पत्र के जरिए जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज कर योग्य आय में से एक है. यह आय 'अन्य स्रोतों' के तहत कर योग्य है। इस ब्याज पर निवेश के लिए दो विकल्प मिलते हैं. पहला विकल्प 'नकद आधार' कराधान है। और दूसरा विकल्प है सालाना ब्याज पर लगने वाला टैक्स. यदि आप पहला विकल्प चुनते हैं, तो 'नकद आधार' पर परिपक्वता के समय प्राप्त कुल राशि के ब्याज हिस्से पर टैक्स स्लैब के अनुसार कर लगाया जाएगा। वहीं अगर आप सालाना विकल्प चुनते हैं तो आपको सालाना आधार पर टैक्स देना होगा.
वरिष्ठ नागरिक इस तरह उठा सकते हैं KVP का फायदा
आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80TTB के तहत, वरिष्ठ नागरिक बैंकों, डाकघरों और सहकारी समितियों में जमा से अर्जित ब्याज पर कटौती का दावा कर सकते हैं। इसमें बचत बैंक खातों, बैंक एफडी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, डाकघर एफडी, डाकघर मासिक आय योजना आदि से अर्जित ब्याज शामिल है। जमा पर अर्जित सभी ब्याज को धारा 80TTB के तहत अधिकतम 50,000 रुपये तक कटौती के रूप में दावा किया जा सकता है।
(pc rightsofemployees)