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आयकर विभाग ने करदाताओं के लिए वर्ष 2022-23 के लिए आईटीआर दाखिल करने की आखिरी तारीख की घोषणा कर दी है। विभाग ने आईटीआर से जुड़े कुछ फॉर्म भी जारी किए हैं.
सालाना 3 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वाले लोगों को आईटीआर दाखिल करना चाहिए. कॉरपोरेट कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को समय पर आईटीआर दाखिल करने में मदद के लिए समय से पहले फॉर्म-16 जारी कर रही हैं।
फिलहाल करदाता वित्तीय वर्ष 2022-23 में अर्जित आय का रिटर्न दाखिल करेंगे। आईटीआर दाखिल करके आप सरकार को अपने निवेश और कमाई की घोषणा करते हैं। इस बार आईटीआर फाइल दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2023 तय की गई है। ऐसे में करदाताओं को आईटीआर से जुड़े सभी दस्तावेज इकट्ठा करना शुरू कर देना चाहिए।
आईटीआर दाखिल करने की श्रेणीवार अंतिम तिथि
व्यक्तिगत करदाताओं, एचयूएफ, एओपी, बीओआई या जिनके खाता बही को ऑडिट करने की आवश्यकता नहीं है, उनके लिए रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2023 है।
जिन व्यवसायों की खाता पुस्तकों का ऑडिट किया जाना है, उनके लिए आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2023 है।
जिन व्यवसायों का अंतरराष्ट्रीय लेनदेन या विशिष्ट घरेलू लेनदेन है, उन्हें रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 नवंबर 2023 दी गई है।
संशोधित आईटीआर और विलंबित रिटर्न दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2023 तय की गई है।
आईटीआर विलंब शुल्क और जुर्माना
यदि करदाता निर्धारित अंतिम तिथि के बाद अपना रिटर्न दाखिल करते हैं, तो उन्हें धारा 234ए के तहत अवैतनिक कर राशि पर 1% प्रति माह की दर से ब्याज देना होगा। वहीं, धारा 234F के तहत, करदाताओं को देय तिथि चूकने पर विलंब शुल्क के रूप में 5,000 रुपये का भुगतान करना होगा। वहीं, अगर करदाताओं की कुल आय 5 लाख रुपये से कम है तो यह विलंब शुल्क 1,000 रुपये देना होगा।
(pc rightsofemployees)