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हाल ही में आपने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ट्रक की सवारी करते देखा होगा। इस वीडियो में राहुल गांधी ट्रक ड्राइवरों से उनके काम करने की स्थिति, आय आदि के बारे में पूछ रहे हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दिनों यूरोप के दो देशों में भारतीय ट्रक ड्राइवरों की मांग काफी बढ़ गई है। इसके लिए ट्रक या बस चालकों को फ्री वीजा और हवाई टिकट के ऑफर भी मिल रहे हैं।
जी हां, कर्नाटक में ऐसी ही एक भर्ती प्रक्रिया चल रही है। यहां, कर्नाटक सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता विभाग के तहत अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन केंद्र-कर्नाटक (IMC-K) ट्रक और बस चालकों के लिए साक्षात्कार आयोजित कर रहा है। जल्द ही उनके लिए ड्राइविंग टेस्ट का भी आयोजन होने वाला है।
पढ़ाई नहीं, यात्रा पूरी फ्री रहेगी
टीओआई की एक खबर के मुताबिक ट्रक-बस चालकों की इस तरह की यह पहली भर्ती है। यूरोप के दो देशों पोलैंड और हंगरी को ट्रक ड्राइवरों की जरूरत है। सबसे खास बात यह है कि इस नौकरी के लिए किसी विशेष शिक्षा की मांग नहीं की गई है। बस ट्रक-बस चालकों को अच्छी अंग्रेजी बोलनी आनी चाहिए। वहीं, नौकरी के लिए चुने गए ड्राइवरों को फ्री वीजा और एयर टिकट भी मिलेगा।
चालकों में होनी चाहिए ये योग्यताएं
अच्छी अंग्रेजी ट्रक और बस चालकों की इस भर्ती के लिए मांगी गई एक और योग्यता है। यानी हर किसी के पास सितंबर 2009 से पहले जारी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए। यानी जो लोग पोलैंड और हंगरी में ट्रक या बस ड्राइवर की नौकरी करना चाहते हैं, उनके पास सितंबर 2009 से पहले भारत सरकार या राज्य सरकार द्वारा जारी भारी ट्रक ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।
ड्राइविंग टेस्ट 20 और 21 जून को होगा
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस नौकरी के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ड्राइविंग टेस्ट भी रखा गया है. 20 और 21 जून को शहर के येलहंका में स्वचालित ड्राइविंग परीक्षण ट्रैक पर ट्रक और बस चालकों के ड्राइविंग कौशल का परीक्षण किया जाएगा। यह परीक्षण पुरुष और महिला दोनों के लिए खुला है।
ट्रेनिंग के बाद आपको 1.5 लाख तक सैलरी मिलेगी
ड्राइविंग टेस्ट पास करने वाले ट्रक चालकों को 6 महीने की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होगा। उसके बाद उन्हें 1 लाख से 1.5 लाख रुपए मासिक वेतन मिलेगा। इतना ही नहीं, उन्हें प्रशिक्षण अवधि के दौरान 50,000 से 60,000 रुपये तक का वजीफा भी मिलेगा।