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इंटरनेट डेस्क। होली का त्योहार देशभर में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ऐसे में आज से होली का त्योहार शुरू हो गया है। हिन्दू धर्म में होली पर्व का विशेष महत्व है। प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन होली महोत्सव मनाया जाता है। लेकिन आज हम बाबा विश्वनाथ की नगरी में खेली जाने वाली विशेष होली की बात कर रहे है।
चिता की भस्म से खेलते है होली
वैसे आप कई बार वाराणसी गए होंगे और आपने मणिकर्णिका घाट पर लोगों को अपने परिजन को अंतिम विदाई देते हुए देखा होगा। लेकिन होली के दिन इस घाट का अलग ही नजारा होता हैं। यहां भगवान शिव के भक्त चिताओं के बीच झूमते नाचते चिता की भस्म से होली खेलते हैं।
इस होली का महत्व
जानकारी के अनुसार धार्मिक मान्यता है की यदि कोई चिता की राख से होली खेलता है तो मृत्यु का भय दूर हो जाता है। साथ ही मसाने की होली खेलने से बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद भक्तों पर सदैव बना रहता है। बताया जाता है की इससे तांत्रिक बाधाएं दूर हो जाती है।