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होली का त्योहार आने वाला है। इस दिन एक दूसरे को रंग लगते है। होली भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। होली से जुड़े कुछ जोखिम भी हैं, जैसे रासायनिक सॉल्वैंट्स से बने सस्ते, कृत्रिम और चमकीले रंगों का उपयोग। ये हमारी स्किन , आंखों और श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं और स्किन एलर्जी का कारण बनते हैं। यहाँ रसायनों से बने रंगों से खेलने के कुछ हानिकारक प्रभाव दिए गए हैं।
हम इन हानिकारक प्रभावों को कैसे रोक सकते हैं
इन जहरीले रंगों के बजाय जैविक रंगों पर स्विच करें। इनकी कीमत थोड़ी अधिक है लेकिन ये स्किन और शरीर के लिए सुरक्षित हैं।
कोई अपनी स्किन और बालों पर तेल या सनस्क्रीन भी लगा सकता है ताकि टिके हुए रंगों से छुटकारा पाना आसान हो जाए। यह स्किन पर एक परत बना देगा और हानिकारक कणों को स्किन में अवशोषित होने से रोकेगा।
हमें रंगों से खेलने में भी घंटों नहीं लगाना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके उन रंगों को हटाएं ।
होली खेलते समय खाने-पीने से भी परहेज करें। आप गलती से अपने चेहरे या हाथों पर लगाए गए रंगों का सेवन कर सकते हैं।
आंखों या स्किन में जलन होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।