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इंटरनेट डेस्क। हार्ट से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी के बारे में सुनते ही हर किसी को थोड़ी बहुत टेंशन जरूर हो जाती है। ऐसे में आपने कभी सुना होगा की कुछ भी अचानक हो जाने पर बहुत लोग बोलते हैं अरे दिल की धड़कन की बढ़ा दी। ऐसे में धड़कन, हार्टबीट का बढ़ना खतरनाक हो सकता है।
दिल की धड़कन में तेजी या धीमा
दिल की धड़कन 60 से 100 बार प्रति मिनट की होती है। यदि यह 100 से अधिक हो जाए यानि बहुत तेज़ हो जाए, या 60 से कम धड़कने लगे यानि बहुत धीमी हो जाए, तो समझ लेना कि कुछ गड़बड़ है। ऐसी स्थिति में तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें। यह दिल की बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
अनियमित हार्ट बीट
दिल की धड़कन में नियमितता न हो, यानी एक-दूसरे बीच का अंतराल बढ़ जाए, तो यह एक गंभीर समस्या का संकेत है। यह दिल के रोग जैसे - हार्ट अटैक, दिल की धड़कन न रहना आदि का कारण बन सकता है। जो जानलेवा हो सकते हैं।
pc- lokmatnews.in, tv9, quora.com