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ड्राइविंग लाइसेंस: जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में लोगों के घरों तक लाइसेंस नहीं पहुंच पा रहे थे. जिसका कारण यह था कि यूक्रेन में युद्ध के कारण चिप्स की सप्लाई नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण लाखों-करोड़ों की संख्या में लाइसेंस की सप्लाई रुक गई थी.
उत्तर प्रदेश में अब नया ड्राइविंग लाइसेंस महज 7 दिन में लोगों के घर पहुंच जाएगा, जिसकी व्यवस्था परिवहन विभाग ने कर दी है. हालांकि, चिप की कमी के कारण 10 लाख से ज्यादा लाइसेंस प्रिंट नहीं हो सके थे, जिन्हें अब चिप मिलने के बाद पूरी तरह से घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में लोगों के घरों तक लाइसेंस नहीं पहुंच पा रहे थे. जिसका कारण यह था कि यूक्रेन में युद्ध के कारण चिप्स की सप्लाई नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण लाखों-करोड़ों की संख्या में लाइसेंस की सप्लाई रुक गई थी. हालाँकि, अब उस चिप की सप्लाई पूरी तरह से की जा रही है, जिसके कारण अब लाइसेंस लगातार घरों तक पहुंचाए जा रहे हैं।
अप्रूवल के 7 दिन बाद लाइसेंस धारकों को सीधे उनके घर के पते पर लाइसेंस पहुंचाया जा रहा है ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह के मुताबिक, परिवहन विभाग ने अप्रैल और मई महीने में 10 लाख डीएल जारी किए, यही वजह है कि अब जून के डीएल 7 दिन के भीतर आवेदकों के घर पहुंचने लगे हैं.
लाइसेंस में चिप की भरपाई के चलते अब लाइसेंस का इंतजार भी पूरी तरह खत्म हो गया है। जिसके चलते अब लाइसेंस बनने के बाद मात्र 7 दिन में धारक के घर तक पहुंच रहा है।
(pc rightsofemployees)