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लो-कॉस्ट एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट अपने पायलटों का वेतन 100,000 रुपये प्रति माह और फर्स्ट ऑफिसर्स का वेतन 50,000 रुपये बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
इस साल 2 मई को दिवाला दाखिल करने के बाद, GoFirst अब अपने परिचालन को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहा है। घरेलू एयरलाइन ने फिलहाल अपनी सभी उड़ानें 30 मई तक स्थगित कर दी हैं।
इस्तीफा देने वाले पायलटों के लिए भी ऑफर
घरेलू एयरलाइन गोफर्स्ट ने अतिरिक्त वेतन को रिटेंशन अलाउंस का नाम दिया है। पायलटों को भेजे गए ईमेल के मुताबिक, रिटेंशन अलाउंस एक जून से लागू होगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह उन पायलटों को भी दिया जाएगा, जिन्होंने अभी कंपनी छोड़ी है, लेकिन वे अपना इस्तीफा 15 जून तक वापस ले सकते हैं। एयरलाइन, जिसे दो साल पहले GoFirst के रूप में फिर से ब्रांड किया गया था, ने कहा है कि यह लंबे समय तक सेवा करने वाले कर्मचारियों के लिए दीर्घायु बोनस लाएगी।
GoFirst पायलट का औसत वेतन 530000 रुपये है
एम्बिशनबॉक्स के आंकड़ों के मुताबिक, GoFirst पायलटों का औसत मासिक वेतन 5,30,000 रुपये है। वहीं, स्पाइसजेट के एक पायलट की सैलरी 7,50,000 रुपये होती है। स्पाइसजेट ने हाल के महीनों में अपने पायलटों के वेतन में दो बार बढ़ोतरी की है। एविएशन रेगुलेटर ने पिछले हफ्ते GoFirst को रिवाइवल प्लान जमा करने के लिए 30 दिन का समय दिया था। इस प्लान में एयरलाइन कंपनी को यह भी बताना होता है कि उसके पास कितने पायलट हैं।
एविएशन सेक्टर में दुनियाभर में स्टाफ की कमी है। इंडिगो वित्त वर्ष 2024 में 5000 कर्मचारियों की भर्ती करना चाहती है। वहीं, एयर इंडिया 4200 से अधिक केबिन क्रू और 900 पायलटों की भर्ती करना चाहती है।
(pc rightsofemployees)