Garuda Purana: मृत्यु नजदीक आती है तो व्यक्ति चाहकर भी कुछ क्यों बोल नहीं पाता ! जानें यहाँ

varsha | Saturday, 28 Sep 2024 01:05:54 PM
Garuda Purana: When death approaches, why is a person unable to say anything even if he wants to? Know here

pc:tv9hindi

ये बात हम जानते हैं कि अगर किसी का जन्म हुआ है तो उसकी मृत्यु भी जरूर होगी। ये एक ऐसा सच है जिसे कोई टाल नहीं सकता। गरुड़ पुराण में व्यक्ति की मृत्यु के बाद की दुनिया के बारे में उल्लेख किया गया है। इसमें ये भी बताया गया है कि मरने के बाद आत्मा को कैसी जिंदगी भोगनी पड़ती है। 

वहीं जब कोई मरने वाला होता है तो उसे इस बात का आभास कहीं ना कहीं हो जाता है। उस समय वो अपनों से बहुत कुछ कहना चाहता है लेकिन चाहकर भी बोल नहीं पाता। उसकी जुबां बंद हो जाती हैलेकिन ऐसा क्यों होता है, इसके बारे में गरुड़ पुराण में जानकारी दी गई है। हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं। 

PC: jagran
 

इसलिए बंद हो जाती है जुबां
गुरुड़ पुराण के अनुसार मौत का समय नजदीक आने पर यम के दो दूत मरने वाले के प्राणों के सामने आकर खड़े हो जाते हैं, जिन्हे देख कर व्यक्ति बुरी तरह घबरा जाता है। उसको इस बात का पता होता है कि अब वह नहीं बचेगा।  ऐसे में वो अपनों से बहुत कुछ कहना चाहता है, लेकिन कह नहीं पाता क्योकि यमदूत यमपाश फेंककर शरीर से प्राण खींचने लगते हैं। इसलिए उसके मुँह से आवाज नहीं निकलती। 

PC: jagran
 

आंखों के सामने से गुजरते हैं कर्म
गरुड़ पुराण के अनुसार जब यम के दूत उसके प्राण खींचते हैं तो, उस समय व्यक्ति की आंखों के सामने से जीवन की सारी घटनाएं एक-एक करके तेजी गुजरती हैं, मानों कोई फिल्म चल रही हो। फिर उसके कर्मों के आधार पर उसे सजा मिलती है इसीलिए कहा जाता है कि व्यक्ति को जीवन में अच्छे कर्म ही करने चाहिए। 

अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें



 


Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.