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Go First Flights Canceled: भारत के एविएशन सेक्टर को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब देश में सस्ती उड़ान सेवा मुहैया कराने वाली एयरलाइंस गो फर्स्ट ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन किया।
कंपनी ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में 3 मई को खुद को दिवालिया घोषित करने के आवेदन के बाद से ही अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी थीं। अब इस एयरलाइन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। संकट में फंसे GoFirst ने 7 जून 2023 तक अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं। इससे पहले कंपनी ने 4 जून तक उड़ानें रद्द करने का फैसला किया था, जिसे अब और बढ़ा दिया गया है।
गो फर्स्ट ने ट्वीट कर जानकारी दी
गो फर्स्ट ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी साझा करते हुए खेद जताया है. कंपनी ने कहा कि परिचालन कारणों से कंपनी ने अपनी उड़ानें रद्द करने का फैसला किया है। यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। इसके साथ ही कंपनी ने रिफंड की जानकारी देते हुए कहा कि एयरलाइंस जल्द ही सभी यात्रियों को उनका रिफंड लौटा देगी. इसके साथ ही कंपनी ने यह भी कहा कि वह जल्द ही अपनी फ्लाइट्स की बुकिंग की प्रक्रिया शुरू करेगी।
डीजीसीए के सामने रखा छह महीने का प्लान
फाइनेंशियल एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, GoFirst ने 2 जून को एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के सामने 6 महीने का रिवाइवल प्लान पेश किया है। इंटरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) ने डीजीसीए के सामने यह योजना पेश की है। रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन जल्द ही 26 विमानों के साथ अपना परिचालन शुरू करने की योजना बना रही है।
GoFirst की वित्तीय परेशानियाँ कैसे शुरू हुईं?
गो फर्स्ट एयर देश में सस्ती हवाई सेवा देना जारी रखे हुए है। कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए 3 मई को एनसीएलटी के समक्ष आवेदन किया था। इसके साथ ही एयरलाइंस ने लीज मुहैया कराने वाली अमेरिकी कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी पर आरोप लगाया था कि उसके खराब इंजन की वजह से एयरलाइंस को भारी नुकसान हुआ है। इन आरोपों का जवाब देते हुए प्रैट एंड व्हिटनी ने GoFirst के सभी आरोपों को निराधार बताया था और कहा था कि GoFirst का कर्ज न चुकाने का पुराना इतिहास रहा है. डीजीसीए और एनसीएलटी लगातार कोशिश कर रहे हैं कि गो फर्स्ट का परिचालन फिर से शुरू हो जाए।
(pc rightsofemployees)