- SHARE
-
दीवाली 2024: हिंदू धर्म में दीवाली का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार न केवल जीवन में प्रकाश लाता है, बल्कि धन, सुख और समृद्धि भी बढ़ाता है। भासिव पुराण में दीवाली को व्यापारियों का पर्व बताया गया है, जिसमें बाजारों को रोशन करने, शाम को लक्ष्मी की पूजा करने और खुशियों का जश्न मनाने की परंपरा है।
दीवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से पूरे साल समृद्धि और धन में कमी नहीं आती है। यदि आपने इस वर्ष कोई नया व्यवसाय शुरू किया है, तो जानें कि दीवाली पर लक्ष्मी पूजा (लक्ष्मी पूजा) कैसे करें, इसके तरीके और नियम क्या हैं।
2024 में दीवाली कब है?
इस वर्ष दीवाली 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों दिन मनाई जाएगी। दीवाली पर घर और कार्यालय में की जाने वाली लक्ष्मी पूजा में थोड़ा अंतर होता है। अपने व्यवसाय में प्रगति के साथ-साथ सुख और समृद्धि के लिए दीवाली के दिन लक्ष्मी जी और गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा करें।
नए व्यवसाय के लिए दीवाली पूजा
- पूजा करने से पहले अपने कार्यालय या व्यवसाय के पूजा स्थल को गंगा जल छिड़ककर शुद्ध करें।
- मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं। बंदनवार लगाएं।
- इस दिन और रात को शुभ मुहूर्त में कार्यालय के पूजा स्थान पर एक stool रखें, लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- पूजा के समय मूर्ति का चेहरा पूर्व या पश्चिम की ओर होना चाहिए।
- दीप जलाएं और गणेश जी की पंचोपचार से पूजा करें, फिर लक्ष्मी जी की पूजा करें।
- लक्ष्मी जी को फल, फूल, मिठाई, घी, बताशे आदि अर्पित करें।
- दीवाली पूजा करते समय 11 छोटे दीपक और एक बड़ा दीपक जलाएं। मुख्य द्वार के दोनों ओर छोटे दीपक रखें।
- अब महत्वपूर्ण धन संबंधी दस्तावेजों और खाता फ़ाइलों की पूजा करें। उन पर लाल रंग के कुमकुम से शुभकामनाएं लिखें। यह बहुत शुभ माना जाता है।
- उस स्थान की पूजा करें जहां पैसा रखा जाता है (गल्ला)। इस दिन श्री यंत्र भी स्थापित किया जा सकता है।
- यदि आपके पास ज्वेलरी, मिठाई, किराना आदि की दुकान है, तो ट्राजवा की पूजा करना न भूलें।
- लक्ष्मी जी की आरती करने के बाद प्रसाद सभी में वितरित करें।
दीवाली पर ध्यान रखें ये बातें
- दीवाली पर अपने कार्यस्थल को गंदा न होने दें, नहीं तो लक्ष्मी जी नाराज हो जाएंगी।
- काले कपड़े पहनकर पूजा न करें। इस रंग का पूजा में प्रयोग वर्जित है।
- इस दिन और रात को अपने दुकान या कार्यस्थल को अंधेरा न होने दें। मुख्य द्वार पर दीप जलाएं। आप रंगोली भी लगा सकते हैं।
अस्वीकृति: यहां दी गई जानकारी केवल अनुमान और सूचनाओं पर आधारित है। यह बताना महत्वपूर्ण है कि सामाचार जगत न्यूज़ किसी भी जानकारी की पुष्टि या समर्थन नहीं करता है। किसी भी जानकारी या विश्वास को लागू करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।
PC - ABP