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टैक्स कलेक्शन: वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अब तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन सालाना आधार पर 15.87 फीसदी बढ़कर 4.75 लाख करोड़ रुपये हो गया है. वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सकल संग्रह 5.17 लाख करोड़ रुपये है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि के सकल संग्रह से 14.65 प्रतिशत अधिक है। इससे साफ है कि देश की आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं.
बजट अनुमान के 26.05 फीसदी पर पहुंच गया
आयकर विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक प्रत्यक्ष कर संग्रह कुल बजट अनुमान का 26.05 फीसदी तक पहुंच गया है. इसमें इनकम टैक्स और कंपनी टैक्स शामिल है. टैक्स रिफंड के बाद प्रत्यक्ष कर संग्रह 4.75 लाख करोड़ रुपये रहा. यह पिछले साल की समान अवधि के शुद्ध कर संग्रह से 15.87 प्रतिशत अधिक है।
42,000 करोड़ रुपये का 'रिफंड' जारी किया
मंत्रालय के मुताबिक इस साल 1 अप्रैल से 9 जुलाई के दौरान 42,000 करोड़ रुपये का 'रिफंड' जारी किया गया है. यह पिछले साल की समान अवधि में मिले टैक्स रिफंड से 2.55 फीसदी ज्यादा है. सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.65 प्रतिशत बढ़कर 5.17 लाख करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.23 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. यह वित्तीय वर्ष 2022-23 के 16.61 करोड़ रुपये से 9.75 प्रतिशत अधिक है.
वित्त वर्ष 2022-23 के प्रत्यक्ष कर संग्रह के आंकड़े बताते हैं कि शुद्ध संग्रह 16.61 लाख करोड़ रुपये रहा. यह पिछले वित्त वर्ष के 14.12 लाख करोड़ रुपये से 17.63 फीसदी ज्यादा है.
(pc rightsofemployees)