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यूपीआई के साथ डिजिटल रुपए लिंक: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) यूपीआई भुगतान प्रणाली के साथ प्रस्तावित सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) के क्यूआर कोड को संचालित करने की योजना पर काम कर रहा है।
गुरुवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने इस महीने के अंत तक ई-रुपया यानी सीबीडीसी के यूजर्स की संख्या बढ़ाकर 10 लाख करने की भी योजना बनाई है।
डिजिटल रुपये का पायलट टेस्ट शुरू
इसके साथ ही शंकर ने कहा है कि आरबीआई ने सीबीडीसी के क्यूआर कोड को एकीकृत भुगतान प्रणाली (यूपीआई) के साथ समायोजित करने की भी योजना बनाई है। रिजर्व बैंक ने पिछले साल डिजिटल रुपये के इस्तेमाल को लेकर पायलट परीक्षण किया था। प्रारंभिक चरण में, CBDC के थोक उपयोग का परीक्षण किया गया और बाद में खुदरा उपयोग का भी परीक्षण किया गया।
यूपीआई बहुत लोकप्रिय हो गया है
रिजर्व बैंक लोगों के बीच भुगतान के लिए बेहद लोकप्रिय यूपीआई प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल सीबीडीसी के क्यूआर कोड के लिए भी करना चाहता है। हालांकि, शंकर ने कहा कि आरबीआई ने सीबीडीसी के सामान्य उपयोग के लिए कोई समयरेखा तय नहीं की है और धीरे-धीरे इस दिशा में आगे बढ़ेगा।
डिजिटल रुपया क्या है?
आपको बता दें कि डिजिटल रुपया नोटों और सिक्कों का इलेक्ट्रॉनिक रूप है। ई-रुपया आने के बाद आपको सिक्के रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फर्क सिर्फ इतना है कि यह ट्रांजैक्शन आपको ऑनलाइन यानी डिजिटल तरीके से करना होगा। डिजिटल रुपया ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है।
किन शहरों में मिलेगा डिजिटल रुपया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पायलट प्रोजेक्ट के 8 बैंकों के जरिए डिजिटल रुपया उपलब्ध कराने की बात कही है. आपको बता दें कि पहले चरण में यह सुविधा मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में शुरू होगी। इसके बाद दूसरे चरण में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला में डिजिटल रूपया उपलब्ध होगा।
(pc rightsofemployees)