- SHARE
-
दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही टोकन या स्मार्ट कार्ड रिचार्ज के लिए लंबी कतारों में खड़े होने से छुटकारा मिल जाएगा। जल्द ही वे अपने बैंक के डेबिट या क्रेडिट कार्ड और मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन कर मेट्रो का किराया चुका सकेंगे।
इसके लिए 50 से ज्यादा मेट्रो स्टेशनों पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। सभी स्टेशनों पर एक या दो नए प्रकार के ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (एएफसी) गेट लगाए जा रहे हैं। इन्हें जामिया नगर और लाल किला स्टेशन समेत कई स्टेशनों पर लगाया गया है।
क्यूआर-कोड से टिकट लेने की सुविधा एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर पहले से ही उपलब्ध है। लेकिन, इसमें कुछ दिक्कतें हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन बैंकों की मदद से बचने की कोशिश कर रहा है। यात्री इस लाइन पर मोबाइल पर क्यूआर स्कैन कर या प्रिंटेड क्यूआर खरीदकर यात्रा कर रहे हैं। इससे यात्रियों को टोकन और मेट्रो स्मार्ट कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अगले साल से यह सिस्टम पूरी तरह से लागू हो जाएगा
डीएमआरसी नई व्यवस्था से किराया वसूलने के लिए सभी मेट्रो स्टेशनों पर नए एएफसी लगा रही है। शुरुआत में एक या दो गेट पर एनसीएमसी की सुविधा दी जाएगी। दिल्ली गेट, लाल किला समेत कई अन्य स्टेशनों पर नए गेट लगाए जा रहे हैं। वहीं, कुछ स्टेशनों पर पुराने गेटों को ही अपग्रेड किया जा रहा है। अगले साल तक यात्रियों को दिल्ली मेट्रो के पूरे नेटवर्क पर एनसीएमसी का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
किराए में छूट
स्मार्ट कार्ड से सफर करने वालों को किराए में छूट दी जा रही है। इसका उद्देश्य यात्रियों के बीच एनसीएमसी को लोकप्रिय बनाना है। मेट्रो यात्रियों को फिलहाल मेट्रो में सफर करने के लिए टोकन और स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करना पड़ता है। एनसीएमसी के लागू होने से क्रेडिट कार्ड, रुपे कार्ड, क्यूआर कोड, एंड्रायड फोन आदि के जरिए किराया चुकाने का विकल्प भी शामिल हो जाएगा।
डीएमआरसी के पैसे बचेंगे
नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) सिस्टम लागू होने से दिल्ली मेट्रो का टोकन या स्मार्ट कार्ड बनाने का खर्च बचेगा. एनसीएमसी की सुविधा लागू होने से दिल्ली मेट्रो को स्मार्ट कार्ड पर खर्च नहीं करना पड़ेगा। टोकन काउंटर पर काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या में भी कमी आएगी। इससे होने वाली बचत का डीएमआरसी कहीं और इस्तेमाल कर सकेगी।