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इंटरनेट डेस्क। इस साल दो सूर्यग्रहण और दो ही चंद्र ग्रहण लगेंगे। पहला सूर्यग्रहण लग चुका है और उसके बाद साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई यानी आज लगेगा। इस बार उपच्छाया चंद्रग्रहण है जो भारत में दिखाई नहीं देगा। ऐसे में इसका असर भी नहीं होगा। ये चंद्र ग्रहण अन्य देशों में दिखाई देगा। ऐसे में भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा।
क्या होता है सूतक काल
ज्योतिषाचारियों की माने तो ग्रहण के पहले के समय को सूतक काल माना जाता है और ये अशुभ होता है। सूतक काल के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य करने की मनाही होती है। इतना ही ग्रहण के दौरान मंदिरों के पट तक नहीं खुलते है। सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल की अवधि अलग-अलग होती है।
सूतक काल में नहीं करें ये काम
अगर ग्रहण लग रहा है और इस दौरान सूतक काल लगा है तो आपकों इस दौरान किसी भी तरह का ठोस या तरल पदार्थ नहीं खाना चाहिए। बीमार या गर्भवती स्त्री को ताजे फल या ड्राई फ्रूट्स का ही सेवन करना चाहिए। साथ ही गर्भवती महिला को घर से बाहर नहीं आना चाहिए। अपने रसोई घर के सभी खाने पीने के पात्रों में तुलसी डाल देनी चाहिए।
कब से कब तक रहेगा
ग्रहण रात 08ः44 से शुरू होगा और देर रात 01ः09 पर समाप्त हो जाएगा। धार्मिक और ज्योतिषीय नजरिए से चंद्र ग्रहण की घटना अशुभ मानी जाती है। वैसे भारत में पहला चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर 2023 को लगेगा।
pc-jansatta