- SHARE
-
PC: jagran
मृत्यु एक अपरिहार्य सत्य है जिसे कोई भी व्यक्ति टाल नहीं सकता। गरुड़ पुराण, एक प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथ, मृत्यु और परलोक का वर्णन करता है। ये किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कार्यों के बारे में भी बताता है। तो चलिए जानते हैं कि व्यक्ति को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
इन खाद्य पदार्थों से बचें
गरुड़ पुराण रात में दही खाने से मना करता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह व्यक्ति की आयु को कम करता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, शाम को दही खाने से शरीर का कफ दोष बढ़ सकता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, शास्त्र सुझाव देता है कि सूखा मांस खाना भी शुभ नहीं है।
PC: jagran
हानिकारक आदतें
बहुत से लोगों को देर तक जागने और सुबह सोने की आदत होती है। यह आदत स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और गरुड़ पुराण में भी इसे हतोत्साहित किया गया है। ऐसी जीवनशैली प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकती है, जिससे व्यक्ति बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। इसके बजाय, व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त (भोर से पहले का शुभ समय) के दौरान जागने की आदत डालनी चाहिए। इसके अलावा, सोने की स्थिति पर ध्यान देना आवश्यक है; दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से जीवन प्रत्याशा कम होती है।
PC: NEWS24
ये है गलत आदत
गरुड़ पुराण में यह भी कहा गया है कि श्मशान घाट से निकलने वाले धुएं के संपर्क में आने से जीवन अवधि कम हो सकती है। ऐसा धुएं में मौजूद विभिन्न बैक्टीरिया और वायरस की मौजूदगी के कारण होता है। इसके अलावा, सुबह के समय अत्यधिक यौन गतिविधि से दीर्घायु पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें