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Washington। व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडन प्रशासन आर्थिक विकास और द्बिपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए क्वॉड जैसे समूहों में भारत के साथ मिलकर काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
नवंबर 2017 में, भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने हिद-प्रशांत में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के सिलसिले में नयी रणनीति बनाने के लिए क्वॉड की स्थापना की थी।व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पियरे ने बुधवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अमेरिका और भारत के बीच मजबूत द्बिपक्षीय संबंध हैं और इसमें व्यापार संबंध भी शामिल हैं।”ज्यां-पियरे ने कहा, “हम अपने दोनों देशों के आर्थिक विकास और हमारी साझा प्राथमिकताओं में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से क्वॉड जैसे समूहों में एक साथ काम करते रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उनसे पूछा गया था कि भारत चीन को पछाड़कर अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बन रहा है, जिसपर उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मार्च 2021 में डिजिटल माध्यम से क्वॉड नेताओं के पहले शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी और चीन को संदेश देते हुए एक ऐसे हिद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रयास करने की प्रतिबद्धता जताई थी, जो स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी, लोकतांत्रिक मूल्यों से बंधा हुआ हो।चीन, दक्षिण चीन सागर के लगभग 13 लाख वर्ग मील के क्षेत्र को अपना क्षेत्र बताता है। चीन ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपीन, ताइवान और वियतनाम के दावे वाले क्षेत्र में कृत्रिम द्बीपों पर सैन्य ठिकानों का निर्माण कर रहा है।
दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों के कारण 2022-23 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बनकर उभरा है।वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच द्बिपक्षीय व्यापार 2022-23 में 7.65 प्रतिशत बढ़कर 128.55 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि 2021-22 में यह 119.5 अरब अमेरिकी डॉलर था। 2020-21 में यह 80.51 अरब अमेरिकी डॉलर था।