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लंदन। यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन झापरोवा ने देश के रक्षा मंत्रालय द्बारा देवी काली का 'गलत चित्रण’ किये जाने को लेकर मंगलवार को खेद जताया और इस कृत्य के लिए माफी मांगते हुए कहा कि यह देश और इसके लोग 'अद्बितीय भारतीय संस्कृति’ का सम्मान करते हैं।
झापरोवा ने नौ अप्रैल को भारत की यात्रा की थी। यूक्रेन में पिछले साल फरवरी में रूसी हमला शुरू होने के बाद इस पूर्वी यूरोपीय देश (यूक्रेन) से किसी मंत्री की यह पहली आधिकारिक विदेश यात्रा थी। उन्होंने देवी काली से जुड़ी इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों द्बारा व्यापक स्तर पर रोष जताये जाने के बाद एक ट्वीट में कहा, ''देवी काली का यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय द्बारा गलत चित्रण करने को लेकर हमें खेद है।
यूक्रेन और इसके लोग अद्बितीय भारतीय संस्कृति का सम्मान करते हैं और (भारत के) समर्थन की अत्यधिक सराहना करते हैं। चित्र हटा दिया गया है। यूक्रेन परस्पर सम्मान और मित्रता की भावना के साथ सहयोग बढ़ाने को प्रतिबद्ध है।’’यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के विवादास्पद ट्वीट को अब हटा लिया गया है। इसमें विस्फोट के धुएं के बीच देवी काली का एक विकृत चित्र लगा कर 'वर्क ऑफ आर्ट’ लिखा गया था।
यह चित्र 30 अप्रैल को ट्वीट किया गया, जिसे लेकर सोशल मीडिया मंच पर रोष प्रकट किया गया था।सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने 3० अप्रैल को यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के ट्वीट को साझा करते हुए कहा था, ''दुष्प्रचार करने के लिए बनाये गये पोस्टर में देवी काली का चित्र लगाया गया। यह विश्व भर में हिदू समुदाय की भावनाओं पर हमला है।’’
गुप्ता ने यह भी कहा था कि यूक्रेन ने ''देवी काली का इस तरह से उपहास किया है, जैसा कभी भी किसी सरकार या देश ने नहीं किया था।’’उन्होंने यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के कृत्य को नफरत भरा बयान भी करार दिया।ट्विटर के कुछ उपयोगकर्ताओं ने मुद्दे में विदेश मंत्री एस जयशंकर से हस्तक्षेप करने का भी आग्रह किया।
एक उपयोगकर्ता ने जयशंकर को 'टैग’ करते हुए अपने ट्वीट में कहा,''मां काली का गलत चित्रण करने वाले इस अपमानजनक पोस्ट के लिए कृपया संज्ञान लीजिए।’’
पिछले साल फरवरी में यूक्रेन संकट शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की है।
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