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BY HARSHUL YADAV
अमेरिकी वायुसेना ने यमन में ईरान समर्थित हौथी चरमपंथियों के खिलाफ एक बड़ा हवाई हमला किया है, जिसमें उनके हथियार भंडार को निशाना बनाया गया। यह हमला यमन में स्थानीय समय के अनुसार गुरुवार (17 अक्टूबर) की तड़के किया गया। इस हमले में B-2 स्पिरिट बमवर्षकों का उपयोग किया गया, जो पहली बार यमन में तैनात किए गए हैं।
B-2 स्पिरिट को अमेरिका का सबसे खतरनाक स्टेल्थ बमवर्षक माना जाता है। इसने हौथी आतंकवादियों के बम और सैन्य हथियारों के ठिकानों को निशाना बनाया, जिन्हें हौथी जहाजों पर हमले करने के लिए उपयोग करते थे, विशेष रूप से लाल सागर और अदन की खाड़ी में।
CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला केवल अमेरिकी केंद्रीय कमान द्वारा किया गया, जबकि पहले ब्रिटेन भी यमन में अमेरिकी ऑपरेशन में शामिल था। यह हमला उस समय हुआ है जब क्षेत्र में तनाव बढ़ा हुआ है, जहां इजराइल और ईरान युद्ध में हैं। इस दौरान इजराइल ने लेबनान में हिज़्बुल्ला के ठिकानों पर हमले जारी रखे।
B-2 स्पिरिट बमवर्षक की विशेषताएँ: B-2 स्पिरिट बमवर्षक की विशेषताओं में इसकी स्टेल्थ तकनीक और बड़ी मात्रा में बम गिराने की क्षमता शामिल है। यह बमवर्षक दोनों परमाणु और पारंपरिक हथियार ले जा सकता है। यह एक बार में 9600 किलोमीटर तक की यात्रा पूरी कर सकता है, जिससे यह विश्व के किसी भी स्थान तक पहुँच सकता है। B-2 स्पिरिट बमवर्षक में कुल चार इंजन होते हैं और यह 18,000 किलोग्राम तक का भार ले जाने में सक्षम है। इसे दो पायलट मिलकर उड़ाते हैं।
PC - AAJ TAK