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इंटरनेट डेस्क। कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जान बचाने के लिए बड़ी संख्या में कोविड-19 की वैक्सीन लगाई गई थी। अब यूके की प्रसिद्ध फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में एक बार स्वीकार कर लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। इस कंपनी ने अब स्वीकार किया कि उसकी कोविड-19 की वैक्सीन से लोगों को टीटीएस जैसे साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। कपंनी ने कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर ये बात स्वीकार की है।
एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार की ये बात
यूके की प्रसिद्ध फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने अब अदालत में स्वीकार किया कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) के साथ थ्रोम्बोसिस नामक एक दुर्लभ साइड इफेक्ट पैदा करने की क्षमता है। थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के प्रभाव से व्यक्ति के शरीर में खून के थक्के जम सकते हैं जो आगे चलकर स्ट्रोक या कार्डियक अरेस्ट जैसी घटनाओं का कारण है।
आपको बता दें कि जेमी स्कॉट नामक व्यक्ति ने रक्त के थक्के से पीडि़त होने के बाद एस्ट्राजेनेका पर कानूनी कार्रवाई करने का बड़ा कदम उठाया था। जेमी स्कॉट ने इस संबंध में जानकारी दी थी कि साल 2021 में वैक्सीन लेने के बाद उनके दिमाग में खून का थक्का जम गया और खून बहने लगा। इसके कारण वह काम करने में असमर्थ हो गए। पिछले साल कंपनी की ओर से ये इस संबंध में स्वीकार नहीं किया था।
कोरोना से बड़ी संख्या में हुई थी लोगों की मौत
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के कारण दुनिया में बड़ी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इसके बाद भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में वैक्सीन लगाना शुरू किया गया था।
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