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इंटरनेट डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच साल बाद बड़ा कदम उठाया है। वह आज रूस-यूक्रेन जंग के बीच पांच साल बार रूस रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी यहां पर अपने दोस्त रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे।
पीएम मोदी को रूसी राष्ट्रपति ने अपने देश आने का न्योता दिया था। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आठ और नौ जुलाई को मॉस्को में 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। पीएम मोदी की रूस यात्रा पर पूरी विश्व के कई देशों की नजर है।
पने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तो पीएम मोदी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। खबरों की मानें तो भारत के प्रधानमंत्री की इस यात्रा से पुतिन पश्चिम के प्लान पर पानी फेरने की योजना बना रहे हैं। रूस का मानना है कि मोदी और पुतिन की मुलाकात से पश्चिम बड़े देशों को खूब जलन होगी।
पश्चिम के कई देश रूस को अलग-थलग करने का कर रहे है प्रयास
आपको बात दें कि अमेरिका सहित पश्चिम के कई देश रूस को अलग-थलग करने का प्रयास कर रहे है। ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र की यात्रा से रूस पश्चिम को चिढ़ा सकता है कि वह अकेला नहीं है। इससे रूस इन देशों को दिखा सकता है कि यूक्रेन जंग के बाजवूद उसके साथ भी दुनिया के कई देश खड़े हैं। यानी पीएम नरेन्द्र मोदी की इस यात्रा के माध्यम से रूस पश्चिमी देशों के प्लान पर पानी फेर रहा है। क्रेमलिन की ओर से इस संबंध में बड़ा बयान जारी किया गया है। उसने कहा कि पश्चिम इस यात्रा को जलन यानी ईष्र्या भरी नजरों से देख रहा है।
PC: moneycontrol
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