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पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर 5 अक्टूबर से लापता हैं। इसके साथ ही गृह मंत्री के दावे ने मुख्यमंत्री के अचानक
लापता होने का रहस्य और गहरा कर दिया है। उनका कहना है कि वह किसी केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में नहीं हैं।
पुलिस ने तलाश की... लेकिन उनका पता नहीं चल सका।पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री के अचानक लापता होने का रहस्य गहराता जा रहा है।
मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर के लापता होने के बाद पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन उनका अभी तक पता नहीं चल पाया है। वहीं, रविवार को पाकिस्तान के गृह मंत्री की ओर से जारी बयान ने उनके लापता होने के रहस्य को और गहरा कर दिया है।गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि
मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर किसी संघीय एजेंसी की हिरासत में नहीं हैं।
जिसके बाद उनके रहस्यमय ढंग से लापता होने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। गंदापुर शनिवार शाम से राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद स्थित अपने आधिकारिक आवास से लापता हैं।
मुख्यमंत्री के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं
मुख्यमंत्री अली अमीन अपनी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के गंदापुर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से इस्लामाबाद तक विरोध मार्च का नेतृत्व करने के बाद आधिकारिक आवास पर आराम करने चले गए। वहीं, 5 अक्टूबर की शाम से वह किसी के संपर्क में नहीं हैं और पुलिस अभी तक उनका पता नहीं लगा पाई है।
सीएम के लापता होने का मामला पेशावर हाईकोर्ट पहुंचा
मोहसिन नकवी ने कहा कि पुलिस मुख्यमंत्री की तलाश कर रही है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वह किसी अज्ञात स्थान पर छिपे हुए हैं। उन्होंने कहा, 'पुलिस ने कुछ जगहों पर छापेमारी भी की, लेकिन वे नहीं मिले।' गृह मंत्री के इस दावे से गंदापुर के अचानक लापता होने का रहस्य और गहरा गया है।
खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद अली सैफ के मुताबिक, प्रांतीय सरकार और मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर का परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पाया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय सरकार ने गंदापुर के लापता होने के मामले में रविवार को पेशावर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
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