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जयपुर। परिवार में छूट पुट मामले सभी के घर में चलते रहते है। मगर कई बार मियां बीबी के ये झगड़े इस कदर तूल पकड़ जाते है कि सुसाइड या तलाक की नोबत आ जाती है। तीस वर्ष की पार्वती की आप बीती बेहद दर्दनाक है। जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो जाता है।
पीड़िता बताती है की उसकी शादी अलवर निवासी सूरज कुमावत के साथ हुई थी। कई साल तक उनकी घरेलू लाइफ अच्छे चली। इस बीच पार्वती ने बेटा और बेटी को जन्म दिया।
दो बच्चों की खूबसूरत बगिया के ये फूल बढ़ने लगे। सोना चूंकि गुट्टू से बड़ी थी,इस पर उसकी स्कूल की यात्रा पहले शुरू हो सकी। सोना पढ़ाई में बहुत ही शार्प थी। हर बार क्लास में टॉप आती थी। बच्ची के माता पिता के अरमान थे की उनकी यह संतान डॉक्टर बने जबकि दूसरी ओर मां का अधिक मन गुट्टू पर था। जिस पर वह तुलनात्मक रूप से अधिक था। इसी के चलते दंपति में विवाद की शुरुआत हो गई।
विवाद का दूसरा कारण सूरज की नौकरी थी। मगर उसका वेतन बहुत कम था। इस पर रसोई का खर्च ही नहीं उठपाता था। फिर दोनों बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रही थी।
यहां इस दंपति के विवाद का मुख्य कारण में पहला उनकी शिक्षा थी। परिवार की आमद कम होने पर सोना की स्कूल छुड़वानी पड़ी। जबकि गुट्टू तीसरी क्लास पास करके फोर्थ क्लास में आगया। नई पोशाक के अलावा नया बैग भी आगया। नए शूज भी आने पर वह दिन भर इतराता था । सोना दुखी हो जाती थी। तनाव में आजाने पर मां की गोद में आकर रोने लगती थी। पिता के पास जाती तो उनके पास भी इस बात का कोई जवाब नही था।
सोना के मन की पीड़ा उसके दुख को नासूर की तरह कुरेदे जाने लगी। ऐसे हालात दिनों दिन बढ़ते ही गए। पार्वती का मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा। सूरज इन सब से वाकिफ था। मगर अपनी बीबी की मदद नहीं कर पाया। बात यहीं तक नहीं रुकी। हर वक्त व्यंग भी कसने लगा था। बच्चों से अक्सर कहा करता था की, तुम्हारी मां पगला गई है। इसका पूरा ध्यान रखना पड़ेगा। दिन भर एक ही बात। पार्वती पागल हो गई है। इससे दूर ही रहना वरना तुम पर हमला कर देगी। इन हालातों में उसे जयपुर के एक मानसिक रोग चिकित्सक के पास ले जाना पड़ा। बस फिर क्या था वह रजिस्टर्ड पागल बन गई। और तो और उसके इलेट्रिक झटके भी लगवा दिए। इस थेरेपी के बाद पारो बेहोश हो गई।
पार्वती हर वक्त एक ही बात कहा करती थी की वह पागल नहीं है,उसके साथ जिस तरह का बिहेव किया जा रहा है,वह अमानवीय है।
महिला पार्वती चाहती है की उसके साथ भी सामान्य बिहेव किया जाए। वरना वह अब कानूनी रास्ता अपनाएगी।