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लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने बेरोजगार युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने यह जानकारी दी।
आरोपी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर नौजवानों को ठगने के लिए फर्जी प्रशिक्षण केंद्र भी चलाते थे।एसटीएफ की ओर से जारी बयान के अनुसार, बेरोजगार युवकों से ठगी करने के आरोप में लखनऊ के अभिषेक प्रताप सिह, संतकबीर नगर के अतहर हुसैन और कानपुर के नीरज मिश्रा को शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया।रैकेट के तौर-तरीकों के बारे में बताते हुए, एसटीएफ अधिकारियों ने कहा कि आरोपियों ने पूरे उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सुनसान जगह पर एक मकान किराए पर लिया और फर्जी कार्यालय एवं प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया।
अधिकारियों ने बताया, ''आरोपियों ने समाचार पत्रों में नौकरी के विज्ञापन दिए और कार्यालय में साक्षात्कार आयोजित किए। वे विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के बहाने हर छात्र से दो से चार लाख रुपये वसूलते थे।’’उन्होंने बताया कि आरोपी इन युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र देते थे और फर्जी प्रशिक्षण भी देते थे। रुपये वसूलने के बाद आरोपी फिर से किसी दूसरे शहर में रैकेट शुरू करने से पहले रातों रात उस जगह को छोड़ देते थे।बयान में कहा गया है, ''आरोपी ने इस योजना का इस्तेमाल कर बेरोजगार युवाओं से कई करोड़ रुपये ठगे हैं।’’
आरोपियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ ने मामले की जांच शुरू की। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
Pc:IBC24