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जयपुर।भेलपुडी का ठेला लगाने वाले गरीब व्यक्ति की घर वाली को मल द्वार के भीतर और बाहर कैंसर का ट्यूमर है। बीमारी बेहद खतरनाक होने के साथ साथ इसका उपचार बड़ा महंगा होने पर, इस पर्सेंट का उपचार रोगी के बूते के बाहर होने पर वह मौत की राह पर है।
जिंदगी के लिए छटपटाती इस मरीज का नाम पूजा है। दो बच्चों की मां के साथ उसका छोटा सा परिवार है। महिला का पति जो अलीगढ़ में भेलपुड़ी का ठेला लगता है। इनकी आमद बहुत कम होने पर,रसोई के अलावा और कोई खर्च उठाने की हालत में नहीं है।
पूजा इन दिनों जयपुर के सवाई मान सिंह हॉस्पिटल के कैंसर उपचार इकाई में कई माह से भर्ती है। वह बताती है कि उसने सबसे पहले अलीगढ़ के सरकारी हॉस्पिटल में अपना चेकअप करवाया था। इस पर वहां कोई राहत और उपचार ना होने पर उसे आगरा ले जाया गया। यहां भी उसका इलाज नहीं किया गया और उसे अब एसएमएस में कैंसर की उपचार यूनिट में भर्ती किया गया है।
यहां उसे कैंसर वार्ड के बाहर गैलरी में लिटाया गया है। रोगी पूजा बताती है कि एक साल पहले उसे उसके मल द्वार से खून निकलने की शिकायत हुई थी। इस पर अलीगढ़ के सबसे अच्छे हॉस्पिटल में चैकअप करवाया था, मगर वहां के चिकित्सक बीमारी नहीं पकड़ सके। बाद में उसे परिचितों की सलाह पर आगरा में दिखाया गया। यहां उन्हें सलाह दी गई की जयपुर के सवाई मान सिंह हॉस्पिटल में कैंसर के उपचार की अच्छी व्यवस्था है।
पूजा कहती है कि जयपुर में उपचार शुरू होने से पहले उसके मल द्वार का ट्यूमर काफी बढ़ गया था। हालत इस कदर खराब हो गई की मल उसकी आंतों में जम गया और पेट में पॉटी का गंदा पानी जमा होने पर स्टोमक का आकार फुटबॉल की गेंद की होगया। उसी किडनी और लीवर भी प्रभावित हुवे बिना रहे। मरीज का बदन इस कदर कमजोर हो गया कि उसका सोना और उठना बंद हो गया। हेपीटाईतीस जैसी खतरनाक बीमारी ने भी धर पकड़ा।
पूजा के पति का कहना है की वे राजस्थानी नहीं होकर यूपी की होने पर मुख्य मंत्री निशुल्क उपकार योजना
का लाभ नहीं मिल सका है। समस्या यह हो गई है कि उन्हें हर रोज दो हजार रुपया जमा करवाना पड़ता है। जिस दिन थोड़ा विलंब होने पर कैंसर का ट्रीटमेंट पोस्टपोंड कर दिया जाता हैं।
दिनेश कुमार ने जयपुर की समाज सेवी संस्थानों से मदद की गुजारिश की है। उनका मोबाइल नंबर ७६१८५८६१९१