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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनाव सिर पर है और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और विधायक सचिन पायलट ने अपनी ही सरकर के खिलाफ धरना देकर उसे कठघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने वसुंधरा राजे के कार्यकाल में हुए घोटालों की जांच को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना दिया है।
इससे पूर्व उन्हें समझाने की कोशिश भी हुई लेकिन वो माने नहीं। अब धरना खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली तलब किया गया है, जहां कांग्रेस आलाकमान के सामने वो अपनी बात रखेंगे। सूत्रों के मुताबिक पार्टी हाईकमान का सचिन पायलट पर रुख अब भी नरम बना हुआ है। लेकिन
इधर दिल्ली में वो आज सोनिया गांधी और राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मुलाकात कर सकते हैं। इसके बाद ही कोई फैसला होगा। अगर पार्टी कोई कार्रवाई करती है तो सचिन भाजपा या फिर आप का दामन थाम सकते है।