- SHARE
-
pc: The Indian Express
राजस्थान में एक बार फिर सचिन पायलट को अहम भूमिका दी जा सकती है। राज्य की कांग्रेस पार्टी में प्रमुख नेता पायलट के पास समर्थकों का एक मजबूत आधार है। वे पहले दो बार राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और पिछली गहलोत सरकार में उपमुख्यमंत्री के पद पर रह चुके हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट के साथ राहुल गांधी के रिश्ते बेहतर हुए हैं, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि पायलट को जल्द ही राजस्थान में कोई नई और अहम भूमिका सौंपी जा सकती है।
कांग्रेस की एक बड़ी बैठक से संकेत
हाल ही में, कांग्रेस ने दिल्ली में महासचिवों और प्रदेश अध्यक्षों समेत देश भर के 56 शीर्ष नेताओं के साथ एक बड़ी बैठक की। खास बात यह रही कि सचिन पायलट ने राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया, जिससे राजनीतिक चर्चाओं को बल मिला। सूत्रों का कहना है कि पायलट को फिर से राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
आठ राज्यों में संगठनात्मक बदलाव
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस राजस्थान समेत आठ प्रमुख राज्यों में संगठनात्मक बदलाव की योजना बना रही है। हालांकि, दो राज्यों में आगामी चुनावों के चलते इन बदलावों को चुनावों के बाद तक के लिए टाला जा सकता है। इसके बाद महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव होने हैं और दिसंबर तक बदलाव लागू किए जा सकते हैं।
डोटासरा के कार्यकाल पर चर्चा
2020 में राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष बने गोविंद सिंह डोटासरा का कार्यकाल सफल रहा है, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अच्छे नतीजे मिले हैं। पार्टी उनके कार्यकाल को बढ़ाने पर विचार कर रही है, क्योंकि उनका कार्यकाल खत्म होने वाला है। सचिन पायलट के फिर से महत्वपूर्ण भूमिका में लौटने की संभावना डोटासरा के खेमे में चिंता का विषय हो सकती है।
पायलट के खेमे में नई ऊर्जा
मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद के बाद सचिन पायलट और उनके समर्थकों को राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, पायलट ने राजस्थान में अपना आधार बनाए रखा, हालांकि उनके समर्थकों को कुछ निराशा भी हुई। अगर राहुल गांधी पायलट को राजस्थान में महत्वपूर्ण भूमिका में बहाल करते हैं, तो इससे उनके खेमे में नई जान आ जाएगी, जिससे नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा।
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें