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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने भी भरतपुर में एक दुष्कर्म पीडि़ता द्वारा आत्महत्या करने की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस घटना को लेकर टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया के माध्यम प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने इस संबंध में एक्स के माध्यम से कहा कि भरतपुर दुष्कर्म पीडि़ता की आत्महत्या: सरकार और प्रशासन की विफलता। भरतपुर में एक दुष्कर्म पीडि़ता ने न्याय न मिलने और पुलिस प्रशासन की उदासीनता से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। यह घटना न केवल बेहद दर्दनाक है, बल्कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राजस्थान सरकार के खोखले सुशासन के दावों की पोल भी खोलती है।
मुख्यमंत्री के गृह जिले में ऐसी घटना होना राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। पीडि़ता के परिजनों ने बार-बार शिकायत की, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसका नतीजा यह हुआ कि आरोपियों के उत्पीडऩ से तंग आकर पीडि़ता ने अपनी जान दे दी। यह घटना बताती है कि राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा के दावे कितने कमजोर हैं।
घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की
पिछले कुछ महीनों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार वृद्धि हुई है। पुलिस का रवैया बेहद निराशाजनक है। मुख्यमंत्री की जनसुनवाई तक में पुलिस की लापरवाही के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन प्रशासन सुधार के बजाय मूकदर्शक बना हुआ है। हम मांग करते हैं कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस अधिकारियों की लापरवाही को नजरअंदाज करना अब संभव नहीं है।
भजनलाल सरकार के लिए बोल दी है ये बात
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उनकी सरकार को जवाब देना होगा। अगर सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती, तो सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। यह घटना हर संवेदनशील नागरिक को झकझोरने वाली है। राजस्थान की जनता को न्याय चाहिए और इसके लिए अब सडक़ों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
PC: etvbharat
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