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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद अभी भी खाली पड़ा है। भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया के असम के राज्यपाल बनाए जाने के बाद से ही ये पद खाली है। ऐसे में 28 फरवरी से फिर से विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो रही है और विवक्ष के पास फिर से कोई प्रतिपक्ष का नेता नहीं है। ऐसे में भाजपा के सामने ये भी समस्यां है की किसे नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए।
ऐसे में अब नेता प्रतिपक्ष को लेकर एक बार फिर चर्चाएं तेज होंगी। वैसे भाजपा को ऐसा नेता चुनना होगा जो सबकी पसंद हो। अगर ऐसा नहीं होता है तो एक बार फिर से खींचतान सामने आ सकती है। वैसे राजस्थान बीजेपी के भीतर आंतरिक खींचतान चरम पर है।
हालांकि पार्टी के पास अभी विधानसभा में उपनेता के तौर राजेंद्र राठौड़ मौजूद है, तो पार्टी उन्हें भी प्रतिपक्ष का नेता बना सकती हैं। वहीं राज्य की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे भी पार्टी की प्रतिपक्ष की नेता चुनी जा सकती है। लेकिन पार्टी ये कदम बहुत सोच समझकर उठाएगी।