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इंटरेनट डेस्क। राजस्थान के मुद्दे पर दिल्ली में आलाकमान के साथ सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की बैठक हो चुकी है और इस बीच आलाकमान ने उनके साथ बाहर आकर यह भी कह दिया की राजस्थान में मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा। लेकिन पायलट के हाव भाव से लग रहा है की सुलह का कोई फार्मूला अभी तक उन्हें मिला ही नहीं है।
ऐसे में वो अब भी इसी इंतजार में है की आलाकमान उन्हें कुछ दे दे। आपको बता दें की गहलोत सरकार को दिए गए सचिन पायलट के अल्टीमेटम की समय सीमा 31 मई को समाप्त हो गई। ऐसे में अब सचिन पायलट का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। पायलट ने चेतावनी दी थी कि अगर गहलोत ने वसुंधरा राजे सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई सहित उनकी तीन मांगों को नहीं माना तो राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा।
हालांकि अब सब की निगाहें 11 जून को पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर टिकी हैं। ऐसा इसलिए की पायलट की मांगों को सरकार मान नहीं रही है। आलाकमान कुछ तय कर नहीं पा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है की बागी नेता द्वारा अपने अगले कदम के बारे में घोषणा की जा सकती है।
pc- jansatta