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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में सचिन पायलट इस समय अपनी सियासी जमीन तलाशने में लगे है, पार्टी उनको गंभीरता से ले नहीं रही है। ऐसे में वो अपना वर्चस्व बचाने और पार्टी की नजरों में आने के लिए अजमेर से जन संघर्ष यात्रा निकाल चुके है, माना तो यह भी जा रहा है की पायलट इस बार टोंक से नहीं अजमेर से चुनाव लड़ सकते है।
सचिन अपनी सियासी जमीन पक्की करने में लगे है लेकिन अब उनके पीछे गहलोत नहीं पीएम मोदी लग गए है। जहां 15 दिन पहले अजमेर ओर उसके आस पास के क्षेत्र में पायलट अपने लिए महौल तैयार करके आए है और अपनी ही सरकार को भ्रष्ट सरकार बता कर आए है अब वहां पीए मोदी आ रहे है।
जी हां 31 मई को पीएम मोदी अजमेर में आ रहे है और वो यहां पर एक सभा को भी संबोधित करने वाले है। ऐसे में पायलट ने अजमेर में जो माहौल बनाया था और और जो जमीन तैयार की थी उसे अब मोदी बिगाड़ने वाले है। पीएम मोदी की लोकप्रियता ही ऐसी है की उनके आने मात्र से लोग सबकुछ भूला देते है। ऐसे में पायलट की जन संघर्ष यात्रा अब ज्यादा असरदार नहीं रहने वाली है, प्रदेश भाजपा ने माहौल देखकर ही मोदी की सभा को अजमेर में तय किया है नहीं तो यह सभा पहले सीकर में होनी थी, ऐसे में इसे पायलट की काट समझा जा रहा है।
pc- aaj tak