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इंटरनेट डेस्क। राजस्थानद सरकार ने विधानसभा में राईट टू हेल्थ बिल तो पारित करवा दिया लेकिन अब ये बिल फिलहाल मरीजों को राहत देने की जगह मर्ज देने का काम कर रहा है। जी हां लगभग 8 दिन से ज्यादा का समय पूरा हो चुका है और इस बिल का विरोध निजी अस्पतालों के डॉक्टर लगातार कर रहे है। ऐसे में आज देशभर के निजी अस्पतालों काम नहीं करने का फैसला किया है।
हालात यह है की प्रदेश में लगभग अबतक 6 हजार से ज्यादा ऑपरेशन को टाल दिया गया है और सरकारी अस्पतालों का भार बढ़ गया है। हालात यह है की लोगों को सरकारी अस्पतालों में भी इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में सरकार ने डॉक्टरों से बात करने की कोशिश की तो डॉक्टर वार्ता करने पहुंचे और यह कहकर उठ गए की उन्हें राईट टू हेल्थ बिल मंजूर नहीं है। इसे हटाया जाए।
ऐसे में दोनों तरफ से वार्ता बेनतीजा रहने के कारण अब मरीजों के लिए और परेशानी बढ़ गई है। राजस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर पहले ही उनके समर्थन में आ चुके है। वहीं 29 मार्च को अन्य सरकारी डॉक्टरों ने भी एक दिन काम नहीं करने का फैसला लिया है।