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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रीको को लैंड यूज का अधिकार देने के बिल को लेक भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। इस संबंध में टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस विधायक टीकाराम जूली ने इस संबंध में एक्स के माध्यम से से कहा कि भाजपा सरकार रीको को लैंड यूज का अधिकार देने का बिल लेकर आई है। इसका सीधा मतलब है कि सरकार गलत मंशा से काम कर रही है। कई बड़े लोगों ने कम कीमत पर यह 227 एकड़ जमीन खरीदी है और अगर यह बिल पारित हो जाता, तो वे वहां प्लॉटिंग, मॉल और फ्लैट्स बनाकर ऊंचे दामों में बेचेंगे। इससे भाजपा के उद्योगपति मित्रों को सीधा फायदा होगा और आम जनता को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
यह बिल जनता की राय जानने के लिए भेजा जाना चाहिए था, लेकिन सरकार ने इसे प्रवर समिति को भेज दिया। विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने भी इस बिल का विरोध किया, जो साफ तौर पर दर्शाता है कि सरकार यह फैसला अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए कर रही है।
भाजपा ने अपने हित साधने के लिए किया था नियमितीकरण का कानून पारित
वहीं टीकाराम जूली ने कहा कि सब मिलबांट, कर रहे हैं बंटाधार। अराफात इंडस्ट्री ने जेकेएसएल के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता किया था, जिसमें मजदूर भी शामिल थे। ये समझौता जिला कलेक्टर के माध्यम से हुआ। वर्ष 2002 में यह तय हुआ था कि कंपनी सभी मजदूरों को उनका वेतन देगी, लेकिन आज तक मजदूरों का भुगतान नहीं हुआ। हालात ये है कि मजदूर आज भी सडक़ों पर आंदोलन कर रहे हैं। भाजपा ने अपने हित साधने के लिए नियमितीकरण (रेगुलराइजेशन) का कानून पारित किया था। हमारी सरकार ने हमेशा जनहित में कार्य किया ना कि भाजपा सरकार की तरह अपने हित में।
PC: rajasthan.ndtv
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