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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में पूर्व कांग्रेस सरकार के कामकाज पर उंगली उठने लगी है। ऐसे में सीएम भजनलाल तो लगातार गहलोत की कई योजनाओं को बंद करने तो कई के फैसलों को पलटने में लगे है। वहीं अब भजनलाल कैबिनेट के मंत्री भी गहलोत सरकार की योजनाओं पर आंखे लाल करने लगे है।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पर चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने पदभार संभालते ही सख्ती दिखा दी है। विभाग के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में उन्होंने एक अधिकारी को चिरंजीवी और आयुष्मान बीमा योजना में अंतर बताने को कहा। सूत्रों के अनुसार अधिकारी ने चिरंजीवी बीमा 25 लाख का बताया तो मंत्री के तेवर तीखे हो गए। उन्होंने कहा कि आप बताइए कि चिरंजीवी में अब तक 5 लाख से ज्यादा राशि का लाभ कितने मरीजों को दिया गया। मंत्री के तेवर देखने के बाद विभाग में अब चर्चा है कि आगामी सत्र में राज्य सरकार मुख्यमंत्री चिरंजीवी शब्द हटाकर इसे सिर्फ आयुष्मान बीमा योजना के नाम से जारी रख सकती है।
बता दें की मंत्री जोधपुर में अस्पताल का निरीक्षण करने के दौरान भी कांग्रेस सरकार की चिरंजीवी योजना को फर्जी और बोगस करार दे चुके है। उन्होंने कहा था कि 25 लाख तो छोड़ो, इस योजना में साढ़े 8 लाख रुपए से ज्यादा किसी का भी इलाज नहीं हुआ है।
pc- india times
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