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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहलोत सरकार की एक और योजना का नाम बदल दिया है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने अब इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना कर दिया है। इस संबंध में आदेश भी जारी हो चुके हैं। भजनलाल सरकार कई पूर्ववर्ती योजनाओं के नाम में बदलाव कर चुकी है। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदल दिया गया है।
इस योजना के तहत सरकार शहरी क्षेत्र में बेरोजगारों को 100 दिन का रोजगार देती है। आपको बता दें कि अशोक गहलोत सरकार की ओर से इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत सितंबर 2022 में की थी। गांवों की तर्ज पर ही कांग्रेस सरकार ने शहरी बेरोजगारों को इस योजना में जोडऩे का काम किया था। उस समय प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने केंद्र की महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) की तर्ज पर इस योजना को शुरू किया था।
इंदिरा रसोई योजना को दिया गया था ये नया नाम
भजनला सरकार की ओर से इससे पहले इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई योजना, चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का नाम बदलकर इसका नाम मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना किया था। वहीं विदेश में पढऩे स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप वाली योजना से राजीव गांधी का नाम हटाकर स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना नाम दिया था।
मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना किया गया ये नाम
वहीं राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना को मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना नाम दिया था। वहीं भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना को पंडित दीनदयाल वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना नाम दिया था।
PC: dipr.rajasthan
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