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इंटरेनट डेस्क। अगर सब कुछ सही रहा तो जल्द ही राजस्थान में भी मध्य प्रदेश और उड़ीसा की तरह प्रदेश में भी गौ अभ्यारण्य की स्थापना हो सकेगी। पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने मंगलवार को सचिवालय स्थित अपने कक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
जोराराम कुमावत ने इस दौरान गोशालाओं के जमीन की आवंटन नीति की समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसका सरलीकरण होना चाहिए। जिला गोपालन समिति की बैठक समय पर आयोजित करने के निर्देश देते हुए कुमावत ने कहा कि गोशालाओं को समय पर अनुदान मिलना चाहिए और इसके लिए गोशाला समितियों की बैठक समय पर होना आवश्यक है।
पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने इस दौरान मध्य प्रदेश और उड़ीसा की तरह प्रदेश में भी गौ अभ्यारण्य की स्थापना पर बल दिया, जिससे गायों को आश्रय की सुविधा मिल सके। उन्होंने गाय के गोबर और गौमूत्र के प्रसंस्करण और उससे बनने वाले उत्पादों के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए, जिससे किसान और पशुपालक आर्थिक रूप से और मजबूत बन सकें। उन्होंने गोशालाओं में एआई के उपयोग पर भी बल दिया। कुमावत ने एनएलएम की तरह गायों के लिए भी परियोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
किसानों और पशुपालकों के हित में योजनाएं बनाने के निर्देश
आगामी बजट घोषणा पर चर्चा करते हुए भजनलाल सरकार के मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ऐसी योजना बनाएं जो अधिक से अधिक किसानों और पशुपालकों के हित में हों और जिनका क्रियान्वयन धरातल पर सुगमता से हो सके।
PC: dipr.rajasthan
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