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कोटा : राजस्थान में संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलित वनकर्मियों ने अब मांगें नहीं मांगे जाने पर कोटा के अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व समेत सभी पर्यटन स्थल अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की चेतावनी दी है। राजस्थान अधीनस्थ वन कर्मचारी संघ कोटा के जिलाध्यक्ष रामस्वरूप गोचर ने कहा कि वन कर्मचारी अपनी नीतिगत मांगों को लेकर शांतिपूर्वक आंदोलन पर हैं।
इसके बावजूद सरकार वन कर्मचारियों को नजरअंदाज कर रही है। ऐसे में अब आंदोलन तेज किया जाएगा। आंदोलन के दौरान अभेड़ा समेत सभी पर्यटन स्थलों के गेट बंद करके धरना दिया जाएगा। इस दौरान वन्यजीवों और वनसंपदा की देखभाल का जिम्मा भी वनकर्मी नहीं संभालेंगे। इसके बाद कोटा संभाग के टाइगर रिजर्व और अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क से लेकर सभी वन क्षेत्रों में वन्यजीवों की और संपदा की सुरक्षा को लेकर आशंका पैदा हो गई है।
वनकर्मियों ने बताया कि उनको पुलिस एवं पटवारियों के समकक्ष वेतन दिलाने, कार्यभारित कर्मचारियों को वनरक्षक के पद पर समायोजित करने, मैस भत्ता राशि 2200 रुपए, वर्दी भत्ता सात हजार वार्षिक, वाहन चालकों को पदोन्नति, साइकिल भत्ते के स्थान पर पेट्रोल भत्ता दो हजार रुपए प्रतिमाह, अपराधों की रोकथाम के लिए हथियार व अन्य सुरक्षा संसाधन देने, हार्ड ड्यूटी अलाउंस सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। राजस्थान अधीनस्थ वन कर्मचारी संघ के संभाग अध्यक्ष जुबेर खान ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर संभाग के वन क्षेत्र में लगे पांच सौ से अधिक कार्मिक चार दिन से हड़ताल पर हैं। कर्मचारी अलग- अलग रेंज और डिवीजन ऑफिस पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।