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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में अभी कांग्रेस की सरकार है और भाजपा विपक्ष में ऐसे में विपक्ष का धर्म बनता है की वो प्रदेश के लोगों के लिए सरकार के समक्ष जाए और उनकी मांगे रखें। ऐसा ही काम कर रहे है भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा। वो हर किसी व्यक्ति के साथ उसकी मदद के लिए सरकार से भिड़ जाते है।
ऐसे में कई बार उनका प्रदर्शन कॉफी बड़े स्तर पर भी पहुंच जाता है और उनकी पार्टी को इस बारे में बाद में पता चलता है। ऐसे में कई बार ऐसे में प्रदर्शनों में भाजपा के नेता नहीं पहुंच पाते है और किरोड़ी अकेले पड़ जाते है। कई बार ऐसे मौको पर विपक्ष को नीचे भी देखना पड़ता है। एक दो बार तो खुद किरोड़ी भी कह चुके है की उनकां प्रदर्शन या सरकार के विरोध में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष या पार्टी का सहयोग नहीं मिला है।
ऐसे में पार्टी की कई बार फजीहज भी हो जाती है। लेकिन अब संगठन की और से ये जानकारी सामने आई है की धरना प्रदर्शन के पहले संगठन की अनुमति लेनी होगी, और ऐसा नहीं होता है तो ये प्रदर्शन करने वाले का व्यक्तिगत मामला होगा। ये सबकों पता है की किरोड़ी लाल और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष में तनाव जग जाहीर है। किरोड़ी पहले भी पेपरलीक मामले में प्रदर्शन के दौरान कह चुके है की सतीश पूनिया का सहयोग नहीं मिला है।