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इंटरनेट डेस्क। कांग्रेस आलाकमान का सुलह का फार्मूला धरा का धरा ही रह गया और दौसा में एक बार फिर पायलट ने पिता की पुण्यतिथि पर सीएम अशोक गहलोत का नाम लिए बिना खूब तंज कसे। इससे अनुमान लगाया जा सकता है की आलाकमान के फार्मूले की हवा निकल चुकी है और पायलट अब किसी के हाथ में नहीं है।
सचिन पायलट ने रविवार को पिता की पुण्यतिथि पर दौसा के भडाना में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर दो बार तंज कसे। पायलट ने कहा नौजवानों के हितों की बात करते हैं। उनके साथ हुए धोखे और विश्वासघात होने पर मदद की बात करते हैं तो मानसिक दिवालिया बता दिया जाता है। पायलट ने गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि हर गलती सजा मांगती है तो अवैध माइंस आवंटन करने वालों को सजा क्यों नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि हमारे राजनीतिक संबंध किसी से कैसे भी हो लेकिन सबसे बड़ा न्याय नीली छतरी वाला देता है। आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा। इस मौके पर सचिन पायलट ने कहा कि वे स्वच्छ राजनीति करते हैं। देश और प्रदेश में कहीं भी भ्रष्टाचार हो तो उसके खिलाफ वे खुलकर आवाज बुलंद करते हैं। उन्होंने प्रदेश के नौजवानों और किसानों के मुद्दों को उठाया और वे पीछे हटने वालों में से नहीं हैं।
pc- cnbctv18.com