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इंटरनेट डेस्क। आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। अब उन्होंने जयपुर पुलिस आयुक्तालय पूर्व की टीम को सम्मानित किए जाने को लेकर सरकार को निशाने पर लिया है।
राजस्थान की नागौर लोकसभा सीट से सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस संबंध में एक्स के माध्यम से कहा कि आस्था पर भारी सियासत। जयपुर में प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र में लोक देवता वीर तेजाजी मंदिर की मूर्ति खंडित करने के बाद उपजे जन-आक्रोश के पश्चात तेजा भक्तों पर लाठीचार्ज करने वाली जयपुर पुलिस आयुक्तालय पूर्व की टीम को आज भाजपा के इशारे पर भाजपा नेता द्वारा कार्यक्रम आयोजित करवाके सम्मानित करवाया गया।
पूरे मामले में जब सरकार के मंत्रियों ने पुलिस अफसरों के साथ बैठकर बात कर ली तो उसके बाद षड्यंत्र के तहत दर्ज मुकदमों में युवाओं की गिरफ्तारी करने का स्टेटमेंट देने वाली जयपुर पुलिस ईस्ट टीम कौनसी उपलब्धि को लेकर सम्मानित हो रही? जिस पेट्रोल पंप संचालक द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया गया उसके द्वारा ही पुलिस को सम्मानित करना और विस्तृत बातचीत के बाद भी पुलिस द्वारा तेजा भक्तों को गिरफ्तार करने की धमकी देना यह इंगित करता है कि एक षड्यंत्र के तहत यह अशोभनीय कार्य किसी न किसी के द्वारा करवाया गया अन्यथा एक असामाजिक तत्व की इतनी हिमाकत नहीं हो सकती कि वो लाखों-करोड़ों के आराध्य देव वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति खंडित करने की हिमाकत करें,बेहतर यह होता कि पुलिस इस मामले में षडयंत्र करने वालों का भी पता लगाती।
आरोपी यदि पुलिस के पूछताछ में सच्चाई नहीं बताता तो उसका नार्को टेस्ट करवाती, लेकिन पुलिस आज सत्ता धारी दल के नेताओं से खुद का सम्मान समारोह करवा रही है।
मुख्यमंत्री की भावना राज्य की किसान कौम के खिलाफ है
पुलिस द्वारा खुद की पीठ थपथपाना और सरकार के मंत्रियों के साथ हुई वार्ता से पुलिस द्वारा पलट जाना यह साबित करता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की भावना राज्य की किसान कौम के खिलाफ है। मंदिर में मूर्ति खंडित होने के बाद पुन: जीर्णोद्धार हुए बिना तथा मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुए बिना पुलिस द्वारा खुद को सम्मानित करवाने का यह नाटकीय घटनाक्रम पुलिस की जिम्मेदारी के साथ राजस्थान सरकार की कथनी और करनी में अंतर को दर्शाता है।
PC: rajasthan.inkhabar
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