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इंटरनेट डेस्क। वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे और वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थक रहे युनूस खान 2018 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी बिना किसी स्वार्थ के पार्टी के लिए और राजे के लिए काम करते रहेे। उनको ये उम्मीद थी की पार्टी उन्हें इस बार किसी ना किसी सीट से जरूर टिकट देगीे। लेकिन पार्टी ने उन्हें झटका दे दिया।
बस फिर क्या था इस बार युनूस खान ने भी पार्टी को उल्टा झटका दे दिया और पार्टी ही छोड़ दी। सबसे बड़ी बात यह की अब वो पार्टी के लिए परेशानी बन गए है। कारण यह है की वो बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है और उन्होंने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। दरअसल वो नागौर जिले की डीडवाना से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। बता दें युनूस खान वसुधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। वर्ष 2018 में सचिन पायलट के खिलाफ टोंक से चुनाव लड़ चके थे।
युनूस खान टिकट नहीं मिलने से खफा थे और उनके पार्टी छोड़ने का बड़ा कारण यही था। वैसे राजस्थान बीजेपी में युनूस खान ही एक बड़ा मुस्लिम चेहरा थे और पार्टी ने उनका भी टिकट काट दिया। अब यूनुस खान के पार्टी छोड़ने के ऐलान से कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो सकती है।
pc- DNA india